Sunday, December 9, 2012

नूतन ,(प्रभु की बानी ): सब जग मंगता इक्को ही देवनहार ,नूतन(कहानिया) ,नूतन(उद्गार),नूतन(बच्चों का कोना )

नूतन ,(प्रभु की बानी ): सब जग मंगता इक्को ही देवनहार:                             हे प्रभु ! मेरी ये मनोकामना पूरी कर दो मै एक सौ एक रुपये का प्रसाद चढाऊँगा , हे प्रभु मेरी बेटी की शादी क...

No comments: