सामाग्री :-
500 ग्राम सोंठ पावडर ,
250 ग्राम हल्दी पावडर ,
50 ग्राम अजवाइन पावडर ,
50 ग्राम जीरा पावडर ,
50 ग्राम पिपला मूल पावडर , ( सारी सामाग्री भी अपनी इच्छानुसार घाटा बढ़ा सकते है लेकिन अनुपात का ध्यान अवश्य रखें )
50 ग्राम चिरौंजी ,
100 ग्राम किशमिश ,
150 ग्राम मखाने ,
100 ग्राम काजू ,
100 ग्राम कागजी गोंद ,
100 ग्राम छुहारे ,
एक नारियल का गोला ,
( मेवे अपनी इच्छानुसार घटाए बढ़ाए जा सकते है)
100 ग्राम देशी घी
डेढ़ किलो गुड ,
आधा किलो सरसों का तेल ( इसके स्थान पर आधा किलो घी का प्रयोग भी किया जा सकता है । किन्तु सर्दियों के मौसम मे घी के बजाय तेल का प्रयोग ज्यादा उचित रहता है । )
कैसे बनाएँ :- सबसे पहले सोंठ , हल्दी , अजवाइन , जीरा , पिपला मूल के पावडर को अलग अलग आधे घंटे के लिए भिगो कर रख दें । मेवे काट लें , एक बड़ी कड़ाही मे घी गरम करें सारे मेवे भून कर अलग रख लें । एक बड़ी कढाही में 250 ग्राम या एक बड़ी कटोरी तेल डाल कर सोंठ का पेस्ट सुनहरा भूरा होने तक भूने । निकाल कर अलग रख लें । थोड़ा तेल फिर डालें हल्दी का पेस्ट डालें सुनहरा भूरा होने तक भूने , निकाल कर अलग रख लें । बाकी बचा हुआ तेल फिर डालें बचे हुए सारे मसालों का पेस्ट डालें और भून लें इनको भी सोंठ और हल्दी की तरह ही भूनना है । भून जाने पर अलग रख दें । उसी कढाही मे सारा गुड डाल कर दो गिलास पानी डाल दें और आग पर चढ़ा दें आग तेज कर दें जब सारा गुड पिघल जाए और खौलने लगे तब सारे मसाले एक एक कर इसके अंदर डाल दें खौलने दें पानी मात्रा और बढ़ा लें , अच्छी तरह खौलने दें । खौल जाने पर आग बंद कर दें । सारे मेवे डाल कर ढक दें ।
सभी मसालों की तासीर गरम होने के कारण ये पाक आप सर्दियों में आराम से खा सकते है । यूं तो ये पाक नव प्रसूता को किसी भी मौसम में दिया जाता है ये पाक उनके लिए स्वास्थ्य वर्धक होते हैं ।
500 ग्राम सोंठ पावडर ,
250 ग्राम हल्दी पावडर ,
50 ग्राम अजवाइन पावडर ,
50 ग्राम जीरा पावडर ,
50 ग्राम पिपला मूल पावडर , ( सारी सामाग्री भी अपनी इच्छानुसार घाटा बढ़ा सकते है लेकिन अनुपात का ध्यान अवश्य रखें )
50 ग्राम चिरौंजी ,
100 ग्राम किशमिश ,
150 ग्राम मखाने ,
100 ग्राम काजू ,
100 ग्राम कागजी गोंद ,
100 ग्राम छुहारे ,
एक नारियल का गोला ,
( मेवे अपनी इच्छानुसार घटाए बढ़ाए जा सकते है)
100 ग्राम देशी घी
डेढ़ किलो गुड ,
आधा किलो सरसों का तेल ( इसके स्थान पर आधा किलो घी का प्रयोग भी किया जा सकता है । किन्तु सर्दियों के मौसम मे घी के बजाय तेल का प्रयोग ज्यादा उचित रहता है । )
कैसे बनाएँ :- सबसे पहले सोंठ , हल्दी , अजवाइन , जीरा , पिपला मूल के पावडर को अलग अलग आधे घंटे के लिए भिगो कर रख दें । मेवे काट लें , एक बड़ी कड़ाही मे घी गरम करें सारे मेवे भून कर अलग रख लें । एक बड़ी कढाही में 250 ग्राम या एक बड़ी कटोरी तेल डाल कर सोंठ का पेस्ट सुनहरा भूरा होने तक भूने । निकाल कर अलग रख लें । थोड़ा तेल फिर डालें हल्दी का पेस्ट डालें सुनहरा भूरा होने तक भूने , निकाल कर अलग रख लें । बाकी बचा हुआ तेल फिर डालें बचे हुए सारे मसालों का पेस्ट डालें और भून लें इनको भी सोंठ और हल्दी की तरह ही भूनना है । भून जाने पर अलग रख दें । उसी कढाही मे सारा गुड डाल कर दो गिलास पानी डाल दें और आग पर चढ़ा दें आग तेज कर दें जब सारा गुड पिघल जाए और खौलने लगे तब सारे मसाले एक एक कर इसके अंदर डाल दें खौलने दें पानी मात्रा और बढ़ा लें , अच्छी तरह खौलने दें । खौल जाने पर आग बंद कर दें । सारे मेवे डाल कर ढक दें ।
सभी मसालों की तासीर गरम होने के कारण ये पाक आप सर्दियों में आराम से खा सकते है । यूं तो ये पाक नव प्रसूता को किसी भी मौसम में दिया जाता है ये पाक उनके लिए स्वास्थ्य वर्धक होते हैं ।
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